बैंक अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं ?
Types Of Bank Account
नमस्कार दोस्तों आपका हमारी पोस्ट पर स्वागत है आज की इस पोस्ट में हम आपको एक नई जानकारी से रूबरू कराने वाले हैं। आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि बैंक अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं जब भी आप एटीएम का यूज़ करते हैं तो आपसे पूछा जाता है। कि आपका कौन सा अकाउंट है यानी कि चालू खाता या बचत खाता है पर क्या आपको पता है। चालू खाता यानी कि करंट अकाउंट क्या होता है और बचत खाता यानी कि सेविंग अकाउंट क्या होता है इन दोनों में अंतर क्या होता है।
ऐसे सारे सवाल आपके मन में जरूर चल रहे होंगे अगर आपके मन में ऐसे सवाल चल रहा है हैं और आप अपने सवालों का जवाब पाने के लिए हमारे इस ब्लॉग तक पहुंचे हैं। तो हम आपका तहे दिल से स्वागत करते हैं और आज के इस पोस्ट में हम आपको पूरी डिटेल से बैंक का अकाउंट के कितने प्रकार होते हैं। यह जानकारी विस्तार से बताएंगे ताकि आप इन सभी अकाउंट का यूज कर सकें।
चलिए दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको जो भी जानकारी बताएं उसे विस्तार से बताने का प्रयास करेंगे ताकि आप हमारी इस पोस्ट को कम शब्दों में ही समझ सके। आज के इस पोस्ट में हम आपको बचत खाता, चालू खाता, आवर्ती जमा खाता, सावधि जमा खाता, के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं चलिए आगे बढ़ते हैं।
1) बचत खाता किसे कहते हैं ?
जैसा कि दोस्तों आप इस के नाम से ही अंदाजा लगा सकते हैं बचत खाता यानी कि सेविंग अकाउंट है यह अकाउंट अपने पैसों को सेव करने के लिए यानी कि जमा करने के लिए खोला जाता है। इस अकाउंट को कोई भी व्यक्ति जैसे आम नागरिक, कोई भी बड़ा बिजनेसमैन, सरकारी कर्मचारी, जॉब करने वाला व्यक्ति, छात्र, पेंशन पाने वाला व्यक्ति, यानी कि हर व्यक्ति सेविंग अकाउंट को खुलवा सकता है और इसका यूज कर सकता है। सेविंग अकाउंट में जमा की गई राशि पर खाता धारक को 4% से लेकर 6% तक का ब्याज दर दिया जाता है। और यह इंटरेस्ट रेट अलग-अलग बैंकों की अलग-अलग प्रकार की होती है इसमें आप जितने चाहे पैसे जमा करके रख सकते हैं।
जैसा के दोस्तों आपने ऊपर वाले पैराग्राफ में जान दिया है कि सेविंग अकाउंट में कोई भी लिमिट नहीं होती आप जितना चाहे उतने पैसे जमा करके रख सकते हैं। लेकिन बचत खाते में ऐसा नहीं है बचत खाते में कुछ पाबंदियां होती है। इसमें आप 1 दिन में केवल 5 ट्रांजैक्शन कर सकते हैं जिसके कारण खाताधारक को सेविंग अकाउंट से पैसे निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही अगर आप बचत खाते से पैसे निकालते हैं तो ₹50 से कम कैसे आप नहीं निकाल सकते और एटीएम से 6 महीने के अंदर 30 से अधिक बार पैसे नहीं निकाल सकते। ज्यादातर बैंक अपने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस रखने के लिए आपको वाद्य करते हैं यह अमाउंट सरकारी बैंकों में ₹500 से ₹1000 तक का होता है और प्राइवेट बैंकों में 5000 से लेकर ₹25000 तक का न्यूनतम राशि रखने के लिए आपको भाद्य करते हैं। लेकिन बैंक समय-समय पर अपने नियमों में भी बदलाव करती रहती है।
सेविंग अकाउंट कैसे खुलवाएं ?
दोस्तों हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कुछ बचत खाते जीरो बैलेंस पर भी खोले जाते हैं जैसे वजीफे के लिए खोले गए अकाउंट और प्रधानमंत्री जनधन खाते में जीरो बैलेंस रखा जाता है। सेविंग अकाउंट खुलवाने वाले ग्राहकों को पासबुक, चेक बुक, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, जैसी सभी सुविधा उपलब्ध कराए जाते हैं। और इसके साथ ही आप बचत खाते से ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं बिलों का भुगतान भी कर सकते हैं और दूसरे किसी भी अकाउंट में पैसे डाल सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं।
चालू खाता क्या होता है ?
चालू खाता ऐसे लोगों के लिए होता है जिनका रोज का ट्रांजैक्शन लाखों रुपए का होता है और एक ही दिन में कई ट्रांजैक्शन होते रहते हैं। क्योंकि चालू खाता में आप 1 दिन में जितने चाहे उतने पैसे ले सकते हैं और निकाल सकते हैं इसमें पैसों की कोई भी लिमिट नहीं होती है। करंट अकाउंट मुख्य रूप से उद्यमी, कंपनी, फर्म, और छोटे बड़े व्यापारियों के लिए खुलवाया जाता है। जिनके पैसों का फ्लोर ज्यादा होता है लेकिन आमतौर पर इसे भी कोई भी नागरिक खुलवा सकता है।
आवर्ती जमा खाता क्या होता है ?
दोस्तों हम आपकी जानकारी के लिए बता दें आवर्ती जमा खाता यानी कि Recurring deposit account जिसे शॉर्ट में आप लोग rd अकाउंट भी कह सकते हैं। आरडी अकाउंट उन लोगों के लिए होता है जो अपनी एक निश्चित धनराशि एक निश्चित समय के लिए हर महीने जमा करते रहते हैं। और यह निश्चित समय अवधि पूरा हो जाने के बाद अधिक ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाया जाता है। जिससे कि खाताधारक को बहुत ही ज्यादा लाभ हो सकता है।
आरडी अकाउंट में जमा किए गए पैसों को आप तय समय से पहले नहीं निकाल सकते हैं यह बैंक के द्वारा आपके सामने एक शर्त रखी जाती है आवर्ती जमा खाता सिंगल या जॉइंट खाता खोले जा सकते हैं।
सावधि जमा खाता किसे कहते हैं ?
दोस्तों सावधि जमा खाता को आप लोग फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट भी कह सकते हैं और इसे लोगों द्वारा शॉर्टकट में एफडी अकाउंट भी कहा जाता है। यह एक ऐसा अकाउंट है जिसमें विशेष समय अवधि के लिए एक बार में ही एक तय की गई राशि फिक्स कर दि जाती है। इसमें भी आरडी अकाउंट की तरह समय से पहले कोई भी व्यक्ति पैसे नहीं निकाल सकता समय से पहले पैसे निकाल तो सकते हैं।
लेकिन आपको बैंक इसके लिए पेलेंटी देता है। जो सभी बैंकों में अलग-अलग प्रकार का होता है फिक्स डिपॉजिट अकाउंट में हाई इंटरेस्ट रेट मिलता है। जो कि जमा किए गए पैसों और समय अवधि के हिसाब से अलग अलग तरह का होता है अधिकतम 10 सालों के लिए आप एफडी अकाउंट खुलवा सकते हैं।
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निष्कर्ष
दोस्तो आशा करते हैं आपको हमारे यह पोस्ट पसंद आई होगी क्योंकि आज की इस पोस्ट में हमने आप लोगों को बैंक के कितने प्रकार होते हैं। यह जानकारी विस्तार से बताइ है और बैंक चार प्रकार की होती हैं यानी कि बैंक अकाउंट चार प्रकार के होते हैं। इस जानकारी से हमने आपको आज की इस पोस्ट में आपको रूबरू कराया है।